बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है, इसका सीधा उदाहरण केरला से देखने को मिल रहा है। केरला से 2016 में निमिषा और फातिमा जो की दांतो के डॉक्टर थी गायब हो गयी थी। बाद में पता चला था की यह दोनों अफ़ग़ानिस्तान चली गयी है और आयी एस आयी एस में शामिल हो गयी है। और अब इनके बारे में पता यह चल रहा है, इनकी माँ ने यह खुद बताया है कि इन्हे वह तालिबान में जेल से रिहा करदिया गया है। अब यह केंद्र सरकार से प्रार्थना कर रही है कि इनकी बेटी को वापस बुला लिया जाए और यहाँ पर जो भी सजा देनी है उन्हें दी जाए। उस वक़्त इनकी बेटी निमिषा यानी फातिमा जब यहाँ से गायब हुई थी 2016 में उस वक़्त यह गर्भवती थी और अब उनका एक बच्चा भी है।

इनकी माँ जिनका नाम बिंदु इस नाम बताया जा रहा है उन्होंने सरकार से यह याचिका लगायी है कि उनकी बेटी को वापस भारत बुला लिया जाये।
यह सारे मामले का खुलासा 2 लोगो कि गिरफ्तारी के बाद हुआ था जिसमे साफ़ तौर पर यह कहा गया था कि 21 ऐसे लोग है जिन्हे हिंदुस्तान से अफ़ग़ानिस्तान भेजा गया है और जो आयी एस आयी एस में शामिल हुए है। इनमे से ज्यादातर अब इस दुनिया में नहीं है और अब इनके परिवार वाले बार बार कह रहे है कि इन्होने हमारे देश का नाम गन्दा करा है।
इन्होने हमारे परिवार का नाम मिटटी में मिलाया है और हम इनके साथ नहीं खड़े है इस लड़की की माँ कहती है फातिमा को यहाँ बुला लीजिये और यहाँ पर उन्हें जो भी सजा आप देना चाहते है भारत की धरती पर दी जाये। क्युकी अफ़ग़ानिस्तान में उनका जो बच्चा है वो सुरक्षित नहीं है। इसीलिए वह चाहती है कि इस बारे में जल्द से जल्द कोई कदम उठाया जाये।
उन्होंने सीधे तौर पर यह कहा है किसी भी तरह से आप मेरी बेटी को बुला लीजिये और फिर यहाँ जो चाहे लाकर करिये लेकिन में अब नहीं चाहती कि वह और समय अफ़ग़ानिस्तान में रहे। अब इसी तरह से एक और डॉक्टर है जो 2016 में लापता हुए थे। उनके परिवार ने उन्हें स्वीकारने से मना करदिया और बाद में उनकी हत्या करदी गयी।
ऐसे तमाम किस्से अखबारों में चाप रहे है लेकिन पूरी बात जो समझने वाली है वो यह है कि अगर आप एक गलत इरादे से घर से निकलते है या किसी गलत इरादे से किसी चीज़ में शामिल होते है उग्रवादी संगठन में तो उसके बाद आपको अपने लोग ही भूल जाते है। अपने लोग ही आपको पहचाने से मना करदेंगे और आपको सजा दिलाने की बात ज़रूर करेंगे। और फिर जब हाल अफ़ग़ानिस्तान जैसा हो जाये तो परिवार वाले भी कहते है कि आप यहाँ बुला कर उन्हें सजा दीजिये वह पर तो उनका जीना ही मुश्किल हो जायेगा।