ये कौन नहीं जनता की भारतीय सिनेमा की सबसे लोकप्रिय और सबसे हिट फिल्म शोले फिल्म है इसके बाद भी जब शोले फिल्म सिनेमा घरों में आयी तो इसकी उपस्तिथि ना के बराबर थी ख़राब प्रदर्शन के कारन इसे सिनेमा घरों से हटाया जा रहा था 15 ऑˈगस्ट् 1975 को रिलीज़ ही फिल्म शोने ने चंद हफ़्तों में इतिहास रचना शुरू कर दिया था भारत के 100 सिनेमा घरों में इसने रजत जयंती मनाई ना जाने अपने कितनी बार शोले फिल्म को देखा होगा। रमेश सिप्पी जी की इस फिल्म को स समय रिलीज़ किया गया जब जय संतोषी माँ फिल्म भी रिलीज़ हुई थी जय संतोषी माँ शोले फिल्म पर भरी पड़ रही थी लेकिन कुछ हफ़्तों बाद ही फिल्म ने लोकप्रियता हासिल करनी शुरू कर दी थी और दिलम जगत में एक नया इतिहास बन कर उभरने लगी।

आपको बता देखी शोले फिल्म का कुल बजट 3 करोड़ रुपये था निर्देशक रमेश सिप्पी कह चुके है की आज इस फिल्म को बनाने में 150 करोड़ रुपये का बजट चाहिए था जबकि 100 करोड़ रुपये केवल स्टार कास्ट के लिए होना था जबकि उस समय में फिल्म की स्टार कास्टिंग मात्र 20 लाख में हो गयी थी। अमिताभ बच्चन को शोले फिल्म में काम करने के लिए 1 लाख रुपये तक फीस दी गयी थी जबकि बॉलीवुड के संजीव कुमार को 1.5 लाख रुपये फीस दी गयी उन्होंने इस फिल्म में ठाकुर का किरदार निभाया था। इस फिल्म एम् हेमा मालिनी को काम करने पर कुल 75 हज़ार रुपये तक दिए गए थे जबकि अमज़द खान ने शोले फिल्म में डाकू गब्बर सिंह के किरदार को बखूबी निभाया था और उन्हें इस किरदार को निभाने के लिए 50 हज़ार रूपये मिले थे। और जाया बच्चन को 35 हज़ार रुपये दिए गए थे। और फिल्म में जालोर का किरदार निभाने वाले को 10 हज़ार रुपये दिए गए थे। और संभा को 5 हज़ार दिए गए थे। सबसे जयादा फीस धर्मेंद्र को दी गयी थी जोकि 1 लाख 30 हज़ार रुपये थे।
आपको बता दे की गब्बर का किरदार पहले डनण्य करने वाले थे लेकिन उस समय वो फिल्म धर्मात्मा के लिए साइन कर चुके थे इस फिल्म की शूटिंग अफगानिस्तान ने होनी थी फिरोज और रमेश सिप्पी दोनों अपने ˈशे̮ड्यू्ल् बदलना नहीं चाहते थे लिहाज़ा डैनी के हाथ से शोले फिल्म फिसल गयी। जय के किरदार के लिए शत्रुगण सिन्हा का नाम फाइनल हो चूका था लेकिन तब धर्मेंद्र ने अमिताभ बच्चन का नाम सुझाया। इस तरह से पूरी फिल्म अब तैयार हुई आपको कैसी लगी जानकारी हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताये।