बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त अपने धर्म से काफी जुड़े हुए है संजय दत्त बॉलीवुड के उन चुनिंदा एक्टर मिसे एक है जो गणपति के समय पर अपने घर में गणपति की पूजा रखते है, माता की चौकी भी रखते है और काफी धार्मिक प्रवर्ति के है लेकिन क्या आप जानते है की यही वो संजय दत्त है जिन्होंने एक समय पर ये कह दिया था सबके सामने की मेरे रगो में मुसलमान का खून दौड़ता है संजय दत्त ने ये बात किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान नहीं की थी बल्कि असल ज़िंदगी में कही थी और संजय का ऐसा कहने से उनके पिता सुनील दत्त का दिल टूट सा गया था। ये बात है 1993 की जब मुंबई में बम ब्लास्ट हुआ था संजय दत्त का नाम भी इसमें सामने आया था उनपर इलज़ाम था की संजय दत्त ने दाऊद के गुर्गे से बंदूके ली ये बंदूके जो मुंबई के बम ब्लास्ट में शामिल हुई थी उन बंदूकों को ना सिर्फ अपने पास रखा बल्कि नस्ट भी किया यानि की सबूतों को छुपाने की कोशिश भी की थी।

संजय दत्त को उस समय मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया था और उन्हें जो स्टेटमेंट लेना था वो मुंबई पुलिस ले चुकी थी उनके पिता सुनील दत्त को ये विश्वास नहीं हो रहा था और उन्हें लग रहा था की उनके बेटे को फसाया जा रहा है मैं पॉलिटिशियन हूँ और शायद ये पॉलिशन के कारण ही हो रहा है सुनील दत्त साहब संजय दत्त से मिलने पहुंचे और उन्होंने कहा की मैं खुद संजय दत्त के मुँह से सुन्ना चाहता हूँ की क्या वाकई में उसने ये किया है। सुनील दत्त और संजय दत्त का आमना सामना हुआ सुनील दत्त साहब ने पूछा की क्या वाकई में तुमने ये किया है और अगर किया है तो ऐसा क्यों किया संजय दत्त ने अपने पिता के सामने काबुल किया की दाऊद के भाई अनीज़ ने मुझे कुछ हथियार दिए थे उसके बाद सुनील दत्त ने पूछा की आखिर क्यों तो उसके जवाब में संजय ने कहा की मेरी रगो में भी मुसलमान का खून दौड़ता है और इस शहर में जो कुछ भी हो रहा है मुझे वो बर्दाश नहीं।
अपने बेटे की ये सब बाते सुन कर सुनील दत्त साहब चौक गए और कुछ नहीं बोले और वहां से निकल गए सुनील दत्त साहब को तब समझ आया की लोग जो कह रहे है और उनपर जो उँगलियाँ उठी है वो सही उठी है गलत नहीं है ये केस काफी लंबा चला संजय दत्त की पूरी ज़िंदगी गुज़र गयी इस केस में फिर 2013 में संजय दत्त ने सुरेंदर किया और 2016 तक संजय दत्त ने अपनी सजा पूरी करि और उसके बाद वो बलि हुए आपको बता दे की संजय दत्त की जो माँ थी वो एक मुसलमान थी और कहते है संजय दत्त का बचपन अपने नानी के घर ज्यादा बीता है क्योकि माँ और पिता दोनों काम करते थे तो नानी के साथ संजय दत्त काफी रहे है और वही से उन्हें अपनी माँ के धर्म से प्यार हुआ एक समय के लिए लेकिन आज संजय दत्त कोई धर्म की नहीं बल्कि भारत और एकता की बात करते है।