अगर ज़िम्मेदार पदों पर बैठे लोग ही कोरोना के साधारण नियमो का पालन न करे तो क्या ही होगा इस देश का। यह जो तस्वीर आप देख कर आये है इसमें उत्तराखंड के एक मंत्री है। यह मंत्री जी गन्ना मंत्री है जो शुगरकेन इंडस्ट्री के मंत्री है। इन मंत्री साहब का मास्क कहा पहना हुआ है। जो मास्क आपके मुँह पर होना चाहिए वो मास्क उन्होंने अपने पैर के अंगूठे पर पहना हुआ है।

आपने कभी देखा है किसी को इस तरह से मास्क को पैर में रख कर बैठे हुए। वह पर मीडिया भी थी और इनकी यह तस्वीर ली गयी और उसके बाद सोशल मीडिया पर यह वायरल होने लगी। सब यह सवाल पूछ रहे है की यह स्वामी यतीश्वरानंद जी जो की गन्ना मंत्री है उत्तराखंड की सरकार में वो अगर पैर में मास्क पहनेंगे तो राज्य की जनता को सन्देश क्या जायेगा।
अगर तोड़ी देर के लिए भूल भी जाये की यह कोई मंत्री जी है। यह अगर भारत के आम नागरिक है तो भी पैर में मास्क पहने यह तस्वीर काफी हैरान करने वाली है और सवाल पूछने पर मजबूर करती है कि क्या सारे नियम सिर्फ आम जनता के लिए है। कुछ समय पहले मास्क न पहनने पर लोगो से चालान वसूला जा रहा था। उत्तराखंड में यह नियम अच्छे से लागू किया गया था लेकिन काफी जागरूक लोगो ने मास्क का प्रयोग करना शुरू किया, लगभग सभी लोग अब मास्क के साथ ही बहार दीखते है।
जबकि यह तस्वीर अगर आप देखे तो इसमें उत्तराखंड के गन्ना मंत्री जी ने कोरोना के नियमो की जो धज्जिया उड़ाई है उससे तो क्या ही भला होगा इस देश की जनता का। क्या यह नियम सिर्फ उस जनता के लिए है जो सड़को पर निकलती है। जो नेता बैठे है अपने पदों पर क्या वो इस तरह से व्यवहार करेंगे। इस तस्वीर को देखकर इस तरह के सवाल सोशल मीडिया पर उठाये जा रहे है। यह नेता किस पार्टी के है यह बात बताने की ज़रूरत नहीं है क्युकी इस बात से फर्क नहीं पड़ता की वह किस पार्टी को सपोर्ट करते है।
पैर में मास्क पहनना अपने आप में एक ऐसा संकेत है जो यह बताता है कि उनको कोई फर्क नहीं पड़ता और उन्हें इन नियमो की कोई कदर नहीं। जो व्यक्ति सार्वजानिक जगहों पर मास्क नहीं पहनते है वो न तो खुदको न सिर्फ अपने परिवार को बल्कि पूरे देश को खतरे में डालने का काम करते है। इस तस्वीर में दो मंत्री और दिखाई दे रहे है उन्होंने भी मास्क नहीं पहना हुआ है।