एलियंस को लेकर आए दिन नए-नए दावे किए जा रहे हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक एलियंस को खोजने में लगे हैं। वैज्ञानिक जानना चाहते हैं कि क्या सच में एलियंस होते हैं? वैज्ञानिक भी यूएफओ की जांच कर रहे हैं। अब एक यूएफओ रिसर्चर ने बड़ा दावा किया है। यह दावा करता है कि,मंगल ग्रह पर(मंगल ग्रह पर एलियंस) एलियंस का आधार है। उन्होंने लाल ग्रह पर 25 किमी चौड़े एलियन बेस की खोज की है। उनका मानना है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा एलियंस का यह अड्डा दुनिया से जानकारियां छिपा रहा है.

वैज्ञानिक का नाम स्कॉट वारिंग है। उन्होंने यूएफओ और एलियंस के जीवन पर विभिन्न शोध लिखे हैं। स्कॉट वी वारिंग ने कहा,मंगल ग्रह पर एक आयताकार आकार की वस्तु देखी जाती है। इस फ़ोटो में यह आइटम धूसर दिखाई दे रहा है।
स्कॉट वारिंग ने कहा कि उन्होंने मंगल ग्रह पर एलियंस के 25 किलोमीटर चौड़े बेस की खोज की है। मंगल ग्रह पर यह स्थान सुल्की गोर्डी के बाईं ओर है। वारिंग ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के लिए इस बात को दुनिया से छुपाना है।
एलियंस को लेकर दुनियाभर में लोग तरह-तरह के दावे करते हैं। कुछ लोगों का दावा है कि एलियंस यूएफओ से धरती पर आते हैं। समय-समय पर एलियंस के अस्तित्व को लेकर दावे किए जाते रहे हैं। लेकिन अभी तक एलियंस के कोई सबूत नहीं मिले हैं।
इससे पहले, यूएफओ के एक शोधकर्ता ने कहा था कि अंटार्कटिका में एक गुप्त बेस खोजा गया है। यह सर्च उन्होंने गूगल अर्थ के जरिए किया। कहा जा रहा है कि एलियंस ने इसे बेस बनाया है। इस पर शोध करने वाले कुछ वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि नासा एलियंस के बारे में सब कुछ जानता है।