Nawazuddin Siddiqui को कैसे मिली अपनी पहचान ? जानिये ज़िन्दगी की सच्चाई
मेरी माँ मुझसे कहती थी की बेटा कचरे के ढेर की भी जगह बदलती है, तू तो फिर भी इंसान है, तेरा भी वक्त आएगा। …
मेरी माँ मुझसे कहती थी की बेटा कचरे के ढेर की भी जगह बदलती है, तू तो फिर भी इंसान है, तेरा भी वक्त आएगा। …