दिव्या दत्ता के सिर से 7 साल की उम्र में पिता का साया उठ गया था लेकिन उनकी मां ने सिंगर मदर के रूप में उनका पालन-पोषण किया। दिव्या दत्ता की मां डॉ. नलिनी दत्ता एक सरकारी अधिकारी थीं और उन्होंने सिंगल मदर रहते हुए दिव्या की परवरिश की। बॉलीवुड एक्ट्रेस दिव्या दत्ता आज अपना 45वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। दिव्या का जन्म 25 सितंबर, 1977 में पंजाब के लुधियाना में हुआ था। दिव्या ने अपने करियर में कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। उन्हें फिल्मों में सपोर्टिंग रोल से लेकर कई लीड रोल में अपनी बेहतरीन अदाकारी का परिचय दिया है। यही नहीं दिव्या को फिल्म ‘इरादा‘ के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है। इसके साथ ही फिल्म भाग मिल्खा भाग में उनकी एक्टिंग को काफी सराहा गया। एक बार दिव्या को रेड लाइट एरिया में प्रोस्टीट्यूट उन्हें मारने दौड़ी थी। ऐसा क्यों और कैसे हुआ आइए जानते हैं।

रेड लाइट एरिया में दिव्या को मारने दौड़ी थी प्रोस्टीट्यूट।
साल 2005 में, दिव्या दत्ता एम्सटर्डम आईफा अवॉर्ड्स के लिए गई थीं। इस दौरान उनकी मां भी उनके साथ ही थीं। उस वक्त वो शहर में घूम रही थीं कि तभी गलती से वो और उनकी मां फेमस रेड लाइट एरिया भी चली गईं। यही नहीं दिव्या ने वहां पर फोटोग्राफी शुरू कर दी, जबकि ऐसा करना वहां पर मना था। इसके बाद वहां पर काम करने वाले प्रोस्टीट्यूट उनके पीछे दौड़ी, तो उन्हें और उनकी मां को वहां से भागना पड़ा।
साल 1994 में की थी करियर की शुरुआत।
दिव्या दत्ता के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्होंने साल 1994 से अपना करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने हिंदी और पंजाबी फिल्मों के साथ टीवी, विज्ञापन जगत में भी काम किया। उन्होंने ‘फन्ने खां’, ‘इरादा’, ‘ब्लैकमेल’, ‘बदलापुर’, ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘स्पेशल 26’, ‘हीरोइन’, ‘दिल्ली 6’, ‘उमराव जान’ जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया हैं। यहीं नहीं उन्होंने अपनी मां के रिश्ते को लेकर एक किताब मी एंड मां भी लिख चुकी हैं।