सिद्धार्थ शुक्ला के असमय मौत के बाद सबके दिमाग में एक ही सवाल सबसे ज्यादा कौंध रहा है। आखिर इतने फिट, इतना ज्यादा जिम करने वाले, अपने खान-पान का इतना ज्यादा ध्यान रखने वाले सिद्धार्थ का दिल महज़ 40 साल में इतना ज्यादा कमज़ोर कैसे हो गया। क्या इसके पीछे कुछ जेनिटिक वजह थी ? क्या सिद्धार्थ ने अपने आप को फिट और तंदरुस्त बनाये रखने के लिए अपने ऊपर कुछ ज्यादा ही दबाव ले लिया। क्या दीवानगी की हद तक फिटनेस के शौक़ीन सिद्धार्थ शुक्ला जिम में वर्कआउट करते करते अक्सर अपनी हद भी पार कर जाते थे। जी है दोस्तों यह सारे सवाल अब इसलिए भी उठ रहे है क्युकी सिद्धार्थ शुक्ला के करीबी दोस्तों और जिम में उनके साथ वक़्त बिताने वालो का इशारा कुछ इसी तरफ है। सिद्धार्थ शुक्ला के निधन के बाद एक मीडिया हाउस से बात करते हुए राहुल ने बताया मुझे सिद्धार्थ से दर लगता था, क्युकी उसका शरीर काफी बड़ा और मजबूत था। वो मुझे इतनी कसकर गले लगते थे कि मैं कहता था कि मेरी हड्डी टूट जाएगी, मुझे लगता था कि क्या होगा कि वो अगर तो मुझे एक मुक्का मर दे,तोड़ा सा सनकी भी था लेकिन स्वीट वे में, गुस्सा होने के बाद वो सॉरी भी बोल देता था, अब मुझे अपने दोस्तों की याद आ रही है।

बताया जा रहा है कि कुछ वक़्त पहले डॉक्टर्स ने उन्हें जिम में तोड़ा कम वर्कआउट करने की सलाह दी थी और एक्सरसाइज में गो स्लो का मैसेज दिया था। जिम में सिद्धार्थ के ट्रेनर सोनू ने भी एक मीडिया चॅनेल को बात चित में बताया कि सिद्धार्थ पिछले कुछ दिनों से लगातार ख़ास फिट महसूस नहीं कर रहे थे, जिसकी वजह से वो अच्छी तरह एक्सरसाइज भी नहीं कर पा रहे थे। फिर भी फिटनेस के शौक़ीन सिद्धार्थ अपने रूटीन को कभी नहीं छोड़ते थे।
अपने ट्रेनर के साथ सिद्धार्थ शुक्ला की आखिरी मुलाकात 24 अगस्त को हुई थी क्युकी उसके बाद उनका ट्रेनर एक शूटिंग के लिए मुंबई से बहार चला गया था और सिद्धार्थ भी अच्छा फील नहीं कर रहे थे, इसीलिए 25 अगस्त के बाद से वह रेगुलर ट्रेनिंग के लिए नहीं गए। जब तक सिद्धार्थ पूरी तरह फिट थे वह जिम में 3 से 4 घंटे तक बिताते थे। उनके जिम ट्रेनर सोनू के मुताबिक इसमें से 2 3 घंटे तक सिद्धार्थ लगातार वर्कआउट करते थे और फिर बिच में एक से डेढ़ घंटे का ब्रेक वगेरा लेकर आराम किया करते थे।
सवाल यह है कि क्या सिद्धार्थ के शरीर के अंदर कुछ ऐसा खतरनाक चल रहा था जिसे वह वक़्त रहते समझ नहीं पाए और आखिरकार इसका इल्जाम 1 सितम्बर की रात एक खतरनाक हार्ट अटैक के तौर पर आया। या फिर ज़रूरत से ज्यादा वर्कआउट ही सिद्धार्थ के लिए खतरा बन गया। आपको बता दे कि सिद्धार्थ के पास कुछ बहुत बड़े प्रोजेक्ट्स आए जिसके लिए वो अपनी बॉडी को और ज्यादा फिट बनाना चाहते थे। सिद्धार्थ के साथ कभी जिम में साथ वर्कआउट करने वाले राहुल महाजन भी बताते है कि फिटनेस और शारीरिक ताकत के मामले में सिद्धार्थ का कोई मुकाबला नहीं था।
सिद्धार्थ शुक्ला के निधन के बाद एक मीडिया हाउस से बात करते हुए राहुल ने बताया मुझे सिद्धार्थ से दर लगता था, क्युकी उसका शरीर काफी बड़ा और मजबूत था। वो मुझे इतनी कसकर गले लगते थे कि मैं कहता था कि मेरी हड्डी टूट जाएगी, मुझे लगता था कि क्या होगा कि वो अगर तो मुझे एक मुक्का मर दे,तोड़ा सा सनकी भी था लेकिन स्वीट वे में, गुस्सा होने के बाद वो सॉरी भी बोल देता था, अब मुझे अपने दोस्तों की याद आ रही है। लेकिन अब आप इसे विडंम्बना ही कहेंगे कि इतने ताकतवर मजबूत शरीर का साथ उसके दिल ने नहीं दिया और अब सिद्धार्थ बस हमारी यादो में ही है।