पेट्रोल और डीजल के रेट पर सबकी नजर बनी रहती है! पिछले कुछ समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफे का दौर चल रहा है! इसके पीछे कहीं ना कहीं कारण बताया जाता है कि भारत को पेट्रोल और डीजल को बाहर के देशों से मंगाना पड़ता है! कच्चे तेल को भारत बाहर से मंगाता है! इसलिए भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत हमेशा ज्यादा रहती है! पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने का कारण यह भी यह होता है कि जो देश तेल का उत्पादन करते हैं उन देशों का एक संगठन है! यह देश मनचाहे रेट प्राप्त करते हैं! मगर रूस और युक्रेन युद्ध का फायदा भारत को काफी मिला है! कम से कम उसे तेल सस्ता मिल रहा! रूस तेल बेचने के मामले में सबसे अग्रणी देश है!मगर युद्ध के कारण उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था! कोई भी देश रूस से तेल नहीं खरीद सकता! हालांकि भारत के साथ रूस ने समझौता किया है! रूस ने कहा है कि वह भारत को सस्ता तेल उपलब्ध कराएगा! इसी शर्त पर भारत अभी रूस से तेल मंगा रहा है

बाजार में अब कच्चे तेल की कीमतें लगातार गिरती जा रही है! अगर यही स्थिरता बनी रहती है तो सकता है भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में थोड़ी बहुत कमी जरूर देखने को मिल सकती! इस समय तेल की डिमांड कम है! जिसके चलते कीमतें घटी है! यहां तक कि अरब के देश भारत को तेल बेचने के लिए और भी ऑफर दे रहे हैं! भारत में बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों के पीछे कारण यह भी है कि यहां पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों के द्वारा टैक्स के लिया जाता है! अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में शामिल कर दिया जाता है तो पेट्रोल और डीजल में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है! मगर कोई भी राज्य सरकार नहीं चाहती कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए! क्योंकि इससे उनका रेवेन्यू आता है!!