130 करोड़ कि आबादी वाले देश का प्रधान मंत्री अगर जनता के नाम सम्बोधन देता है, तो जानना बहुत ज़रूरी है कि उस सम्भोधन में क्या कहा गया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को सम्बोधित किया। उन्होंने काफी साड़ी ज़रूरी बातें इस सम्बोधन में कही थी। पहली बात उन्होंने कही कि वक्सीनशन पर जागरूकता फैलाने कि ज़रूरत है।

उन्होंने खुद बातचीत करी कुछ देशवासिओ के साथ और उन्हें यही बताया कि जो भी लोग वक्सीनशन को लेकर अगर कोई भ्रम फैला रहे है, तो आप उनकी बातो में न आये। दूसरी बात ओलिंपिक में जा रहे खिलाड़ियों को शुभकामनाये दी। हेल्थ वर्कर्स का उत्साह बढ़ाया जाए इस बात पर भी उन्होंने ज़ोर दिया। उन्होंने बारिश के जल को भी संरक्षित करने की बात करी। सभी जानते है कि जल संकट से बड़ा संकट नहीं हो सकता क्युकी जल ही जीवन है।
और पांचवी बात उन्होंने यह कही कि अव्शादिया पौधो का महत्व समझा जाए। यह पांच बढ़ी बातें है जो आज उन्होंने मन कि बात के ज़रिये कही। उन्होंने यह भी कहा कि मेने वैक्सीन के दोनों दोसे लगवा लिए है और मेरी माँ जो करीब 100 साल की है, उन्होंने भी वैक्सीन के दोनों दोसे लगवा लिये है। हमारे देश के 20 करोड़ से भी ज्यादा लोगो ने वैक्सीन लगवा ली है। और ऐसा कुछ भी नहीं है आप भी वैक्सीन लगवाइये और दुसरो को भी प्रेरित कीजिये।
बेह्तुल गाओं में रहने वाले किशोरी लाल से प्रधानमन्त्री ने पूछा की आपने भी वैक्सीन पर फैलाये जाने वाले भ्रम के बारे में सुना है क्या। किशोरी लाल ने जवाब दिया की रिश्तेदार बताते है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद लोगो कि मौत हो जाती है। इसपर प्रधानमन्त्री मोदी ने कहा कि इन अफवाहों पर ध्यान मत दीजिये।
हमे ज़िन्दगी बचानी है, लोगो को बचाना है, देश को बचाना है। यह बीमारी बहरूपिये कि तरह है। यह रंगरूप बदल कर हमला करती है। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन ही हमारा हथियार है। हमारे वैज्ञानिको ने बड़ी मेहनत करके यह वैक्सीन बनायीं है। इस अभियान में माताओ और बहनो को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़े जाने कि ज़रूरत है।