ताज महल को लेकर एक नई बहस इन दिनों छिड़ी हुई है ताजमहल के 22 कमरों के रहस्य के बारे में लोग जानना चाहते है एक पेटिशन दर्ज़ की गयी है जिसमे कहा गया है की इन 22 कमरों को खुलवाया जाए और चेक करवाया जाए क्योकि कहा जाता है की ताजमहल को एक शिव मंदिर की जगह पर बनवाया गया है और यहाँ पर पहल शिवमंदिर हुआ करता था और कहा गया की इन 22 कमरों में हिन्दू देवी देवताओं की मूर्ति है इसीलिए इन कमरों को खुलवाने की बात कही गयी है। अभी तक इस बात की सुनवाई शुरू होनी ही थी ये बहस खत्म हुई भी नहीं थी की उससे पहले ही ताजमहल को लेकर राजिस्थान की एक रॉयल फैमली की रानी दिया कुमारी ने एक नया खुलासा किया है उन्होंने कहा है की ताजमहल जिस जगह और ज़मीन पर बना है वो ज़मीन जयपुर की रॉयल फैमली को बिलोंग करती है और उसके उनके पास दस्तावेज भी है हलाकि दिया कुमारी ने अपनी स्टेटमेंट में कहा की ऐसा कहा जाता है कम्पन्सेशन भी ऑफर हुआ लेकिन उनके परिवार ने और खानदान ने ये कम्पन्सेशन एक्सेप्ट हुआ था या जबरन हुआ था या नहीं हुआ वो उन्हें देखना पड़ेगा इसके पेपर्स उनकी पोथीखाना में पड़े है और उन्हें चेक करने पड़ेंगे

पहले ऐसी कोई कोट या ऐसी जगह नहीं थी जहाँ पर लोग अपनी आवाज़ उठा सके इसीलिए कभी भी रॉयल फैमली की तरफ से यहाँ कोई पेटिशन नहीं डाली गयी जब दिया कुमार से पूछा गया की क्या अब वो कोट में पेटिशन डालेंगी तो उन्होंने कहा की जरूर डालेंगी वो और इस बारे में वो अपनी लीगल टीम से सलाह लेने का बाद कुछ करेंगी। आपको बता दे की ताजमहल का बनवाने का काम 1631 से बनाना शुरू किया गया था 1653 में जाकर ये पूरा हुआ था 22 हज़ार मजदूरों ने इस महल को बनाने में मेहनत की थी और पुरे मार्बल से बनाया गया ये ताजमहल को और जैसा की बताया गया की उसके बाद उन सभी मजदूरों के हाथ कटवा दिए गए थे ताकि वो दुबारा कभी वैसा ताज महल न बना सके।
अब ताज महल को लेकर एक से एक नया मुद्दा सामने आ रहा है कोई दावा कर रहा है की वहां पहले एक शिव मंदिर हुआ करता था और आज भी वहां हिन्दू देवी देवताओं की मूर्ति है और कोई दावा कर रहा है की वो रायस्थान की रहने वाली रॉयल फैमली की जगह पर बना हुआ है अब सच क्या है ये उस 22 कमरों में छुपा हुआ राज़ है देखना ये है की आखिर उन 22 कमरों में क्या निकलता है और क्या सच में वहां पहले एक शिव मंदिर हुआ करता था क्या वो सचमे एक मदिर था।