दोस्तों महेश भट्ट बॉलीवुड के एक बड़े और नामी फिल्म निर्माता, निर्देशक और स्क्रीन राइटर है। महेश भट्ट की ज़िन्दगी बॉलीवुड की फिल्मे बनाने में ही निकली है और उन्हें ये काम बेहद पसंद है। महेश भट्ट ही नहीं बल्कि उनकी उनकी बेटी आलिया भी बॉलीवुड में एक्ट्रेस बनकर उतरी है। आलिया इन दिनों फिल्मो में बड़ा नाम कमा रही है। वो सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि साउथ की बड़ी फिल्मे जैसे RRR में भी रोल कर रही है। महेश भट्ट की चार औलादे है आलिया भट्ट, शाहशीन भट्ट, पूजा भट्ट और राहुल भट्ट।

डायरेक्टर-प्रोड्यूसर महेश भट्ट और उनके बेटे राहुल के रिश्ते लंबे समय तक अच्छे नहीं है। महेश भट्ट बहुत ही जाने माने निर्देशक है .वो किसी पहचान के मोहताज नही। महेश भट्ट अपने बयानों की वजह से हमेशा सुर्खियों में बने रहते है। इस बार महेश भट्ट के चर्चा में होने की वजह उनके बेटे राहुल भट्ट द्वारा उन पर लगाये हुए आरोप है।
महेश भट्ट ने बेटे राहुल के साथ अपने उतार-चढ़ाव भरे रिश्ते को लेकर कहा, “ हमारे रिश्ते की यही सच्चाई है कि उन्होंने मुझे कभी बेटे की तरह नहीं माना। जब भी मुझे जरूरत पड़ी वह मौजूद नहीं रहे। अगर वह होते तो मैं मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हेडली के संपर्क में भी नहीं आता। मुझे यह सब नहीं कहना चाहिए लेकिन उन्होंने मेरे साथ एक नाजायज़ औलाद की तरह बर्ताव किया। मुझे गॉडफादर 3 के एंडी गर्शिया जैसा महसूस होता था। उन अनुभवों को याद करना, महसूस करना बेहद डरावना है। लेकिन सच यही है कि उन अनुभवों ने मुझे इतना मज़बूत बनाया है।
मेरे भीतर हमेशा एक असुरक्षा का भाव था, लेकिन समय के साथ अब सब ठीक हो गया। राहुल किरण भट्ट के बेटे हैं। राहुल ने पिता को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि उनका नजरिया मेरे प्रति कभी अच्छा नहीं रहा। वो न तो मुझे अपने बेटे की तरह ना मानते थे और ना उन्होंने कभी उस तरह रखा। बहुत से लोगों को इस बात पर भरोसा नहीं होता कि वह मेरा नाम मोहम्मद रखना चाहते थे, वह चाहते थे कि मेरी पहचान मुस्लिम नाम से हो।
आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट उनकी सौतेली बहनें हैं, जबकि पूजा भट्ट सगी बहन हैं। राहुल ने अपने करियर की शुरुआत अनुराग बसु की फिल्म सुसाइड बॉम्बर से की थी। राहुल भट्ट फिटनेस ट्रेनर और बॉडी बिल्डर हैं। हालांकि फिल्मों से ज्यादा राहुल विवादों को लेकर चर्चा में रहे। राहुल भट्ट ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर वह अच्छे मुस्लिम हैं तो उन्हें अपने सभी बच्चों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए। उनकी मां भले ही मुस्लिम हो लेकिन मेरा उनसे कभी संवाद नहीं रहा।