मणिपुर की राजधानी इम्फाल की रहने वाली लीन लेशरान जो OM SHANTI OM और MERI KOM जैसी फिल्मो में पहले काम कर चुकी है, उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में एक बहुत बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने उस इंटरव्यू में अपने दिल का दर्द भी बया करा है। उन्होंने कहा है की कोरोना महामारी के बाद से हिन्दुस्तान में नस्लभेद बहुत ज्यादा बाद गया है, और उन्हें भी इसका शिकार होना पड़ा है।

उन्होंने उस इंटरव्यू में साफ़ तौर पर कहा की जब में अपने माता पिता को हवाईअडडे पर छोड़ कर वापस आ रही थी तो, दो लोगो ने मेरा पीछा किया और मुझे कोरोना वायरस कहकर बुलाने लगे। LIN ने अपने इंटरव्यू में साफ़ तौर पर कहा है की में खुद को असहाय महसूस कर रही थी, और मुझे बहुत गुस्सा भी आ रहा था क्युकी उत्तर पूर्व के कई लोग अलग अलग तरीके से प्रताड़ित हो रहे थे।

उन्हें किराने का सामान तक देने से मन करा गया और कुछ लड़कियों को सड़क पर देख कर थूका तक गया। कुछ जगह तो स्टूडेंट्स को उनके हॉस्टल और PG से तक निकाल दिया गया था। इस बात पर यकीन करना तो बहुत दुखद था की अपने देश में ही हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जायेगा। LIN अब तक काफी बॉलीवुड फिल्मो में दिख चुकी है लेकिन फिर भी उन्हें इस नस्लभेद का सामना करना पड़ा है।

कुछ समय पहले एक यूटूबर ने भी अनुराचल प्रदेश के CM पर कुछ गलत टिप्पड़ी करि थी। इसके अलावा भी इस तरह के कई मामले सामने आचुके है। यह बेहद शर्मनाक होता है, क्युकी हम. इक्कसवी सदी में रह रहे है और इस सदी में भी अगर हमे लोगो को यह समझाना पड़ेगा कि हमारा रंग रूप उपरवाले कि देन है और इसके आधार पर भेद भाव करना एक बहुत ही नीच काम है। लीन ने कहा कि बॉलीवुड में उत्तर पूर्व से तालुक रखने वाले एक लौते इंसान Dainy Donzopa है लेकिन हम उनसे सम्भंदित नहीं हो सकते क्युकी वो धारप्रवाहित हिंदी बोलते है और हम मेसे ज्यादा तर लोग ऐसा नहीं कर पाते। कोई कैसी भाषा बोलता है, उसकी त्वचा का रंग कैसा है, या वो दिखने में कैसा है अगर उसके आधार पर हम उसपे टिप्पड़ी करते है, तो निश्चित तौर पर यह एक ऐसा काम है कि जिसमे हम अपने ही देश में अलगावाद को बढ़ावा देते है।