दोस्तों KK की मौत के बाद अब कई सारे सच है जो निकलकर सामने आ रहे है जिनपर हम सबको गौर करने की ज़रूरत है। पहली बात तो ये निकलकर सामने आई है, कि 31 मई, जिस दिन KK ने वह पर परफॉम किया और जो उनकी आखिरी परफॉरमेंस थी, उससे एक दिन पहले यानी 30 मई को भी वह पर एक कॉलेज फेस्ट था। उस दिन भी KK परफॉम कर रहे थे। उस दिन भी उन्हें गर्मी लग रही थी, उस दिन भी वह पर AC सही से काम नहीं कर रहे थे, उस दिन भी उन्हें वहा पर ऐसा लग रहा था कि जैसे सब कुछ ठीक नहीं है।

कोई नहीं जनता था कि उसके अगले दिन इतनी बड़ी घटना हो जाएगी। लेकिन बहुत सारी बातें है जिनपर ध्यान दिया जाना ज़रूरी है। पहली बात तो ये है कि वहा पर 2500 लोगो की गजह थी और 7000 लोगो को घुसा दिया गया। दूसरी बात अग्निशामक से वहा पर स्प्रे किया जा रहा था। जिससे CO2 लेवल बढ़ जाता है और सांस लेने में दिक्कत होती है। हलाकि अब कुछ लोगो का ये भी दावा है कि पहले से ही तबियत ख़राब थी KK की।
अगर ऐसा है तो वहा पर डॉक्टर्स का इंतज़ाम क्यों नहीं था। वैसे जहा तक KK को हम जानते है, KK अपने असूलों से समझौता करने वाले इंसान नहीं थे। वो साफ़ तौर पर ऐसा कहने वाले गायक थे जिन्होंने कहा था कि मैं शादियों में नहीं गाऊंगा। इसके अलावा अपने देखा कि वो बहुत ज्यादा सोशल मीडिया से भी नहीं जुड़े थे। बहुत ज्यादा पब्लिसिटी स्टंट नहीं किया, कभी किसी विवाद में नहीं फसे, कभी किसी वजह से खबरों में नहीं आये।
एक ऐसा व्यक्ति, एक ऐसा गायक जो अपने सिर्फ काम से मतलब रखता था। एक ऐसा गायक जिसने अपने काम से अपनी पहचान बनाई और जो आयोजकों के बुलावे पर वहा गया था। तो क्या आयोजकों की ये ज़िम्मेदारी नहीं बनती है कि वो उनकी बेसिक ज़रूरतों का कम से कम ख़याल रक्खे। अगर गर्मी है तो वहा AC ढंग से चल रहा हो। अगर उन्हें किसी तरीके की तकलीफ है तो उसपर धयान दिया जाए।
शयाम 5 बजे ये कार्यक्रम शुरू होता है, 6:10 पर एंट्री होती है KK की। इसके बाद 8:40 तक वो लगातार 19 गाने गाते है। तबियत बगड़ने लगती है। 8:40 पर उन्हें होटल ले जाया जाता है। 9 बजे होटल पहुंचते है। होटल की लॉबी का भी वीडियो आया है जिसमे वो टोलिया रखकर टहल रहे है। उसके बाद सवा 10 पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया जाता है। जहा पर पता चलता है कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो चुकी है।
ये काम 8 बजकर 40 मिनट पर भी हो सकता था और एक दिन पहले भी वो किसी तरह से परेशान हो रहे थे, तो पहली बात तो ये कि AC की तरफ धयान क्यों नहीं दिया गया। और दूसरी बात अगर ये लग रहा था कि उनको गर्मी ज्यादा लग रही है, क्या इनके स्वस्थ को लेकर कोई दिक्कत है, तो वो भी चेकउप हो सकता था। यानी आयोजकों की तरफ से ये सीधे तौर पर ये लापरवाही का मामला बनता है।
आप किसी को बुलाते है अपने यहाँ परफॉम करने के लिए और उसके बाद इतनी बड़ी घटना हो जाती है और आप फिर एक तरह से किनारे हो जाते है और ये कह देते है कि ऐसा हो गया। लेकिन अपने उसके लिए क्या किया। एक बहुत बड़ा सवाल है जो शायद हमारे देश के लोगो को मिलकर पूछना चाहिए। कोलकाता के लोग सब जानते है।
कलाकारों का सम्मान करते है लेकिन अपने शहर आये एक कलाकार के साथ आप इतनी बड़ी घटना हो जाने देते है। आप भीड़ पर कोई कण्ट्रोल नहीं रखते, आप AC सही नहीं कराते है। आप अग्निशामक से स्प्रे करते है जिससे CO2 लेवल बढ़ता है। दम घुटने लगता है उस व्यक्ति का और ये बात उस शो को होस्ट करने वाले सारे संचालको ने भी कही है। कि हां KK परशान हो रहे थे।