हम आज आपको एक ऐसा किस्सा सुनाने वाले है जब गौरी खान के भाई ने शाहरुख़ खान को बन्दुक की नोक पर धमकाया था। दरअसल शाहरुख़ और गौरी के प्यार से लेकर शादी करने तक के रोमांचक और चुनौतीपूर्व सफर की ढेरो कहानियां अब तक सामने आ चुकी है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे घटना के बारे में बताते है जिसके बारे में शयद बोहत कम लोग ही जानते हो। वैसे जिन दिनों शाहरुख़ खान गौरी के प्यार में दीवाने हुए थे और उनसे शादी करने का मन बना चुके थे, उन्ही दिनों के दौरान गौरी के भाई ने शाहरुख़ को धमकाया था।

यहाँ तक कि उन्होंने शाहरुख़ को गौरी से शादी करने से रोकने के लिए बन्दूक दिखा कर धमकी दी थी। गौरी के परिवार को शाहरुख़-गौरी के परिवार को शाहरुख़ गौरी के प्यार से खासा-पत्ती थी और शाहरुख़ पर लिखी गयी ये किताब “किंग ऑफ बॉलीवुड” “शाहरुख़ खान एंड द सेडक्टिव” बॉलीवुड भारतीय सिनेमा में पत्रकार अनुपमा चोपड़ा ने शाहरुख़ और गौरी के सामने आई चुनौतियों के बारे में लिखा। किताब में लिखा है कि गौरी के पिता रमेश छिब्बर को शाहरुख़ के धर्म की जगह उनके एक्टिंग करियर से एतराज़ था।
शाहरुख़ के टेलीविज़न सीरियल “फौजी” को सफलता मिल चुकी थी और वो मशहूर भी हो चुके थे। वही गौरी के पिता भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज़खीर हुसैन के साथ काम करने के दौरान वो फ़िल्मी सितारों की ज़िन्दगी से वाकिफ हो गए थे। इतना ही नहीं गौरी की माँ सविता भी शाहरुख़ को भावी दामाद के रूप में न पसंद करती थी।
हलाकि वो शाहरुख़ को स्क्रीन पर देखना पसंद करती थी। तब उन्होंने एक ज्योतिषी से सलाह ली, कि इन दोनों के रिश्ते को कैसे ख़त्म किया जाए, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हुआ। किताब में लिखा है कि गौरी के बड़े भाई विक्रांत को भी अपनी बहन की यह पसंद राज़ नहीं थी। विक्रांत की इमेज एक गुंडे की थी और उन्होंने शाहरुख़ को डराने के लिए बन्दूक भी दिखाई, लेकिन शाहरुख़ तब भी डटे रहे। और आखिरकार शाहरुख़ गौरी ने 25 अक्टूबर 1991 को शादी कर ली। इस कपल के अब तीन बच्चे है आर्यन, सुहाना और अब्राहम।
वही गौरी एक सफल इंटेररियर डिज़ाइनर है और एक सफल बिज़नेस वीमेन है। इस प्रेमी जोड़े को कई बार साथ में रेड कार्पेट पर देखा गया है। शाहरुख़ अपने इंटरव्यू में गौरी खान के काम की काफी तारीफ़ करते है और बताते है कि कैसे उनके एक्टिंग करियर में गौरी ने उनका साथ दिया और उन्हें एक सफल एक्टर बनने में मदद करी। शाहरुख़ ये तक कहते है कि अगर गौरी खान उनकी ज़िन्दगी में न होती तो शायद वो इतनी बुलंदियों पर नहीं पहुंच पाते।