बॉलीवुड में कई ऐसे स्टार्स है जो अपनी माँ के जीते-जी उन्हें अपनी शोहरत की दास्तान नहीं सुना पाए। इस बात का मलाल उन्हें हमेशा सताता रहा है। आज हम आपको उन्ही स्टार्स के बारें में बातएंगे जिनकी माँ उनकी पहली फिल्म तक नहीं देख पाई। बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान भले ही आज एक बोहोत बड़े स्टार है। सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि विदेश में लोग इंडिया को शाहरुख़ खान के नाम से भी जानते है। शाहरुख़ खान ने अपनी माँ के सामने उनका ये ख्वाब भी पूरा नहीं कर सके। शाहरुख़ की माँ उन्हें दिलीप कुमार जैसा बड़ा स्टार बनता देखन चाहती थी। लेकिन उनकी फिल्म दीवाना रिलीज़ होने से पहले ही शाहरुख़ की माँ उन्हें अकेला छोड़ गई।

- अर्जुन कपूर – अर्जुन कपूर भी उन्ही स्टार्स में से एक है, जो अपनी माँ के सामने वो मुकाम हासिल नहीं कर पाए जिसका उन्होंने सपना देखा था। पिता बोनी कपूर के अकेला छोड़े जाने के बाद माँ मोना कपूर ने अपने दोनों बच्चो को अकेले पला पोसा था। लेकिन मोना को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी थी। फिल्म इशकज़ादे की रिलीज़ से पहले ही अर्जुन की माँ का निधन हो गया था। इशकज़ादे फिल्म के हिट साबित होने के बाद अर्जुन की ज़िन्दगी पलट सी गई और उन्हें कई फिल्मो के ऑफर आने लगे। अर्जुन ने उसके बाद गुंडे, 2 स्टेट्स, मुबारकां, हाफ गर्लफ्रेंड, की एंड का जैसी बड़ी फिल्मो में ज़बरदस्त एक्टिंग करी।
- जानवी कपूर – श्रीदेवी को अपनी लाड़ली बेटी जानवी के डेब्यू का इंतज़ार बेसब्री से था। जानवी फिल्म धड़क से डेब्यू करने ही वाली थी कि किस्मत ने ऐसा खेल खेला कि अर्जुन की माँ की ही तरह उनकी माँ श्रीदेवी भी जानवी की डेब्यू फिल्म देख नहीं सकी और श्रीदेवी अपनी बेटी को स्टार बनता नहीं देख पाई। धड़क के बाद जहान्वी कपूर ने अंग्रेजी मेडिअम, गुड लक जेरी, रूही, गुंजन सक्सेना जैसी फिल्मो में एक्टिंग करी।
- संजय दत्त – संजय दत्त का ये दर्द तो अपने उनकी बायोपिक संजू में भी देखा होगा। माँ नरगिज़ केसाथ अपनी पहली फिल्म फ्रंट सीट पर बैठ देखने की तमन्ना उनकी पूरी नहीं हो सकी। सोचिए जब फिल्म के सीन ने दर्शको को इतना रुलाया था तो संजय दत्त ने इस दर्द को अकेले कैसे झेला होगा। ज़ाहिर है कि इन स्टार्स की माँ अपने बच्चो की पहली फिल्म नहीं देख पाई। लेकिन इन स्टार्स के दिलो में अभी भी अपनी माँ का आशीर्वाद, वो प्रेम अभी भी बसा हुआ है।